Deepfake लोकतंत्र के लिए एक नया खतरा बनकर उभरा
केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 'डीपफेक' को लोकतंत्र के लिए नया खतरा मानते हुए सरकार को तत्पर किया।
मंत्री ने सोशल मीडिया प्रतिनिधियों से मिलकर कंपनियों को 'डीपफेक' के खिलाफ कदम उठाने के लिए तत्पर किया।
उन्होंने उद्यमिता और उपयोगकर्ताओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठाने की स्पष्ट योजना की है।
मंत्री ने जल्द ही 'डीपफेक' के खिलाफ नए नियम और विनियमन की बात की, जो मौजूदा ढांचे में संशोधन के रूप में आ सकते हैं।
'डीपफेक' का उपयोग कृत्रिम मेधा के साथ किसी व्यक्ति की छवि या वीडियो में दूसरे को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।
वैष्णव ने कहा कि इससे नकली और असली को अलग करना मुश्किल होता है, जिससे लोकतंत्र को एक नया खतरा हो सकता है।
मंत्री ने बताया कि उनकी अगली बैठक में 'डीपफेक' पर चर्चा होगी, जिसमें नए नियमों की तैयारी होगी।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर फैसले करने के लिए विनियमन में संशोधनों की चर्चा भी होगी।
हाल ही में, 'डीपफेक' ने बॉलीवुड के कई कलाकारों को निशाना बनाया है, जिससे सोशल मीडिया पर विवाद उत्पन्न हुआ है।
इस मुद्दे के चलते प्रौद्योगिकी और उपकरणों के दुरुपयोग के खिलाफ भी कई सवाल उठे हैं, जिसपर सरकार जल्दी कदम उठाने का निर्णय किया है।